Short Stories in Hindi for Kids (2023): जब भी कभी कहानियों का जिक्र आता है तो हम सभी को अपना बचपन जरूर ही याद आता है जहां हमारी माताएं और दादी मिलकर हमें कहानियां सुनाया करती थी। कहानियों का जिक्र जहां कहीं भी होता है तब बच्चों का जिक्र जरूर से ही किया जाता है।
ऐसा किस लिए क्योंकि कहानियां मुख्य रूप से बच्चों को ही सबसे ज्यादा भाती है ,और साथ ही साथ इन कहानियों के माध्यम से उन्हें प्रेरणा मिलती है, और जीने के सही तरीकों के बारे में भी जानकारी मिलती है। ताकि बच्चे भविष्य में एक बेहतर इंसान बन सके।
बचपन में सुनी गई Moral Stories in Hindi छोटे बड़े काफी ज्यादा प्रेरणादायक होती थी। जो सभी बच्चों को जीने की ली एक नई प्रेरणा देती थी। इसीलिए हिंदी कहानियां सभी को हमेशा से पसंद आती है। चाहे वह छोटे हो या बड़े, बच्चों को इन बेहतरीन Short Stories of Hindi से रूबरू कराने के लिए लिए ही आज मैंने आप लोगों के लिए यह लेख “Short Inspirational Stories in Hindi” प्रस्तुत किया है. ये कहानियां सभी आयुवर्ग के लोगों के लिए हैं, लेकिन ख़ासकर इन्हें बच्चों के लिए लिखा गया है।
1. शिकारी और कबूतर की कहानी
बरगद के एक पेड़ पर कबूतरों का एक झुण्ड रहता था। एक दिन कबूतर भोजन की तलाश में उड़ रहे थे। उन्हें जमीन पर ढेर सारे दाने बिखरे हुए दिखाई दिए। सभी कबूतर दाना चुगने के लिए जमीन पर उतर गए। लेकिन वहां तो बहेलिए ने जाल बिछाया था। सारे कबूतर बहेलिये द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गए।
जाल में फंसने के बाद कबूतर बहुत उदास हो गए क्योंकि वे जानते थे कि उनका अंत निकट था। कबूतरों के नेता ने उन्हें हिम्मत न हारने की सलाह दी। उसने कहा कि यदि वे एकजुट होकर जोर लगाएं तो वे जाल को लेकर उड़ सकते हैं। वह एक बुद्धिमान कबूतर था जिसे एकता की शक्ति का पता था। सभी कबूतरों ने एक साथ जोर लगाया और जाल को लेकर उड़ गए। बेचारा बहेलिया कबूतरों को जाते देख हाथ मलता रह गया।
काफी देर उड़ने के बाद, वे ऐसी जगह पर पहुंचे जहां पर कबूतरों के नेता का एक पुराना दोस्त रहता था। वह एक चूहा था। कबूतर ने अपने दोस्त को आवाज लगाईं और वह बिल से बाहर निकला। जब उसने सारी बात समझी तो उसने अपने साथी चूहों को बुलाया। सभी चूहों ने जाल को काटना शुरू किया और कबूतरों को आजाद करवाया।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि एकता में बल होता है और हमें विपरीत परिस्थिति में भी हिम्मत नहीं हारना चाहिए।
2. चार मित्र की कहानी (Short Stories in Hindi for Kids (2023)
किसी जंगल में चार दोस्त रहते थे, एक हिरण, एक कौवा, एक कछुआ और एक चूहा। उनके दिन मजे में कट रहे थे। एक दिन, एक शिकारी ने हिरण को पकड़ने के लिए फंदा लगाया। थोड़ी ही देर में हिरण उस फंदे में फंस गया। जब अन्य दोस्तों ने हिरण की ये हालत देखी तो वे उसे छुड़ाने का उपाय सोचने लगे।
थोड़ी देर बाद उन्होंने अपनी योजना पर अमल करना शुरू किया। हिरण चारों खाने चित होकर लेट गया और आँखें बाहर निकाल लीं जैसे कि वह मर गया हो। कौवा हिरण की आँखों में चोंच मारने लगा, क्योंकि कौवे ऐसा मरे हुए जानवर के साथ ही करते हैं। कछुआ उस शिकारी के सामने से अपनी मंथर गति से गुजरने लगा। शिकारी ने सोचा कि हिरण तो मर ही गया है इसलिए उसके भागने की कोई आशंका नहीं है।
बीच में एक कछुआ पकड़ में आ जाए तो बोनस ही होगा। जब शिकारी कछुए को पकड़ने में उलझा हुआ था, तभी चूहे ने हिरण के फंदे को काट दिया। इसके बाद हिरण फुर्ती से भागा। हिरण को भागते देख जैसे ही शिकारी का ध्यान भटका तभी कौवे ने कछुए को अपनी चोंच में उठा लिया और उड़ गया। इस तरह से सबने मिलकर हिरण की जान बचाई।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है की मिलजुलकर काम करने से बड़े काम भी आसान हो जाते हैं।
3. साधु और चूहा की कहानी (Short Stories in Hindi for Kids (2023)
किसी मंदिर में एक साधु रहता था। उस मंदिर के पास का गाँव काफी संपन्न था। इसलिए साधु को भोजन और वस्त्र की कोई कमी नहीं होती थी। ज्यादातर गांवाले साधु के लिए कुछ न कुछ दान दक्षिणा में अवश्य लाते थे। साधु भी पूरे मन से उन्हें आशीर्वाद देता था। रात के भोजन के बाद वह साधु बचा हुआ खाना मिटटी के एक बर्तन में रखकर छींके पर रख देता था। छींका बहुत ऊंचाई पर टंगा हुआ था।
साधु का जीवन सामान्य गति से चल रहा था लेकिन पिछले कई दिनों से एक अजीब घटना होने लगी थी। रोज रात को एक चूहा उस बर्तन में से खाना चुरा रहा था। साधु को इस बात का आश्चर्य था कि कोई साधारण चूहा कैसे उतनी ऊंचाई तक कूद सकता है। साधु ने यह बात अपने एक मित्र से बताई। दोनों ने तय किया कि उस रहस्य का पता लगाया जाए जिससे चूहे को इतना ऊंचा कूदने की ताकत मिलती है।
साधु के मित्र ने सलाह दी कि उन्हें चूहे के बिल को खोदकर यह पता लगाना चाहिए कि कौन सी चीज चूहे में इतनी शक्ति भरती है। जब उन्होंने चूहे के बिल को खोदा तो वे अचंभित रह गए। उन्हें बिल में से सोने की एक शिला मिली। तब साधु ने बड़ी अच्छी व्याख्या की। उसने कहा कि चूंकि चूहा इतनी विशाल धनराशि पर बैठा हुआ था इसलिए उसका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ था। उन्होंने सोने की उस शिला को राजसी खजाने में जमा करवा दिया। उसके बाद वह चूहा कभी भी इतना ऊंचा नहीं कूद पाया कि छींके में से खाना चुरा सके।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि यदि आपके पास प्रचुर मात्रा में संसाधन हो तो आपका आत्मविश्वास बढ़ जाता है।
5. हाथी और खरगोश की कहानी (Short Stories in Hindi for Kids (2023)
किसी जंगल में बड़े ही गुस्सैल हाथियों का एक झुण्ड रहता था। अपनी अकूत ताकत के कारण वे अक्सर दूसरे जानवरों को परेशान किया करते थे। जंगल के इकलौते तालाब पर हाथियों ने कब्जा जमाया हुआ था। इससे दूसरे जानवरों को सही से पीने का पानी नहीं मिलता था। पास की एक झाडी में खरगोशो का एक झुण्ड रहता था। उन्होंने अपने नेता से कहा कि कोई हल निकालने के लिए हाथियों के राजा से बात करे। जब खरगोशों का नेता हाथी राजा से बात करने गया तो हाथी का राजा उसपर हंसा और बोला, “जिसकी लाठी उसकी भैंस।”
हाथी राजा के इस बर्ताव से खरगोश का नेता दुखी और क्रोधित हो गया। उसने हाथियों को सबक सिखाने के लिए एक योजना बनाई। एक चांदनी रात को वह हाथी राजा के पास गया और बोला, “मैं तुम्हारे लिए चाँद का सन्देश लाया हूँ।”
हाथी का राजा ऐसा सुनकर गुस्से में आ गया और बोला, “मैं तुमपर कैसे विश्वास कर लूँ? इतना पिद्दी जानवर और चाँद का दूत, हो ही नहीं सकता।”
इसपर खरगोश ने कहा, “तुम मेरे साथ तालाब के पास चलो। वहां मैं तुम्हारी चाँद से मुलाक़ात करवाऊंगा। तब तो तुम्हे मेरी बात पर विश्वास हो जाएगा?”
हाथी खरगोश की बात का पता करने के लिए तालाब के पास जाने को तैयार हो गया। जब वे दोनों तालाब के पास पहुंचे तो खरगोश ने हाथी को तालाब में चाँद का प्रतिबिम्ब दिखाया और बोला कि चाँद हाथी से बात करने उतरकर आया है। हाथी यह देखकर अंदर से डर गया। उसने खरगोश से वादा किया कि वह अब किसी भी जानवर को तंग नहीं करेगा। इस तरह जंगल में फिर से शान्ति लौट आई।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि सही बुद्धि लगाने से बड़ी समस्या का भी निदान मिल जाता है।
6. चतुर बिल्ली की कहानी (Short Stories in Hindi for Kids (2023)
किसी पेड़ की कोटर में एक गौरैया रहती थी। एक बार अपने रिश्तेदार से मिलने वह दूसरे जंगल में गई। कुछ महीने तक मेहमाननवाजी का मजा लेने के बाद वह वापस आई। जब वह गौरैया वापस आई तो उसने देखा कि उसके घर पर एक खरगोश ने कब्जा जमा लिया है। उसने खरगोश से उस कोटर को खाली करने को कहा लेकिन खरगोश ने मना कर दिया।
कुछ देर तक झगड़ा करने के बाद उन दोनों ने यह फैसला लिया कि किसी ऐसे प्राणी को पकड़ा जाए जो उनका झगड़ा निबटा सके। किसी बुद्धिमान जानवर को खोजने में वे वन में भटक रहे थे। तभी उन्हें साधु के वेश में एक बिल्ली मिली। बिल्ली की पोशाक देखकर उन्हें लगा कि वह जरूर ही बुद्धिमान और सुशील बिल्ली होगी।
उन्होंने बिल्ली को पूरी कहानी बताई और न्याय करने को कहा। बिल्ली ने ऐसे ढोंग किया जैसे वाकई उनकी बात सुन रही हो। उसके बाद बिल्ली ध्यान लगाने की मुद्रा में चली गई। साथ में वह कुछ मन्त्र भी पढ़ रही थी। कुछ देर के बाद बिल्ली ने अपनी आँखें खोली और कहा, “मैंने अभी अभी भगवान से बात की है और उनसे तुम्हारे लिए एक सन्देश लाई हूँ। लेकिन भगवान का सन्देश सुनने से पहले तुम्हे नतमस्तक होकर मेरा आशीर्वाद लेना होगा।”
ऐसा सुनकर गौरैया और खरगोश बिल्ली के सामने सिर झुकाकर खड़े हो गए और सोचा कि बिल्ली कोई न कोई हल जरूर निकालेगी। लेकिन बिल्ली ने झट से दोनों को अपना निवाला बना लिया।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि कोई अपराधी साधु के वस्त्र पहन लेने के बाद भी अपराधी ही रहता है।
7. तीन ठग की कहानी (Short Stories in Hindi for Kids (2023)
एक बार एक ब्राह्मण किसी धनी यजमान के यहाँ यज्ञ करवाने गया। यज्ञ समाप्त होने के बाद यजमान ने ब्राह्मण को दक्षिणा में एक मेमना दिया। मेमने को लेकर ब्राह्मण ख़ुशी-ख़ुशी अपने गाँव को और लौट रहा था। वह उस मेमने को पीठ पर लादकर चला जा रहा था। जब वह एक सुनसान रास्ते से गुजर रहा था तभी तीन ठगों की निगाह उस पर पड़ी। वे ठग किसी तरह से उस ब्राह्मण से वह मेमना हथियाना चाहते थे।
उन ठगों ने उस ब्राह्मण से मेमने को हथियाने की योजना बनाई। जब ब्राह्मण कुछ दूर चला, एक ठग उसका रास्ता रोककर बोला, “हे ब्राह्मण देवता आप इस कुत्ते को लादकर क्यों घूम रहे हैं? एक ब्राह्मण को इस तरह कुत्ते को ढ़ोना शोभा नहीं देता। यह तो ब्राह्मण के लिए पाप होता है।”
ब्राह्मण क्रोधित हो गया और उस ठग से कहा कि अपने काम से काम रखे। कुछ देर के बाद दूसरा ठग ब्राह्मण का रास्ता रोककर खड़ा हो गया और बोला, “हे ब्राह्मण देवता आप तो घोर पाप कर रहे हैं। आप एक मरी हुई बछिया को कहाँ ले जा रहे है? ब्राह्मणों के हाथ में तो वेद पुराण ही शोभा देते हैं। आप इसे मुझे दे दीजिये ताकि आपको कोई पाप ना लगे।”
ब्राह्मण ने फिर से वही जवाब दिया और ठग से कहा कि अपने काम से काम रखे। फिर कुछ देर बाद तीसरा ठग ब्राह्मण का रास्ता रोककर बोला, “मैंने अपनी पूरी जिंदगी में कभी भी किसी ब्राह्मण को एक गदहे को उठाये हुए नहीं देखा है। आपकी सारी अकल घास चरने चली गई या आपने गरेड़िये का काम शुरू कर दिया। गरेड़िये भी कम से कम गदहों को तो लादकर नहीं चलते हैं।”
अब ब्राह्मण पूरी तरह से भ्रमित हो गया। उसकी समझ में कुछ भी नहीं आ रहा था। उसे लग रहा था कि तीन-तीन आदमी झूठ नहीं बोल सकते। उसने मेमने को वहीं पटक दिया और आगे बढ़ गया। इस तरह से वे ठग अपनी योजना में कामयाब हो गए।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि यदि किसी झूठ को कई बार दोहराया जाता है तो वह सच साबित हो जाता है।
8. किसान और नाग की कहानी (Short Stories in Hindi for Kids (2023)
किसी गाँव में एक गरीब किसान रहता था। उसके पास थोड़ी से जमीन थी जिससे वह बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का पेट पालता था। एक दिन, जब वह अपने खेत में काम कर रहा था तो उसने पास में चींटियों की बाम्बी पर एक भयानक नाग को फन काढ़े देखा। किसान को लगा कि नाग देवता ने उसे साक्षात दर्शन दे दिए। वह किसान पूजा पाठ में विश्वास रखता था और इसलिए उसने उस नाग की पूजा शुरू कर दी। वह जल्दी से अपने घर गया और एक कटोरी में दूध लेकर आया। उसने नाग के सामने दूध का कटोरा रख दिया और फिर अपने काम में लग गया।
अगले दिन जब वह फिर से दूध लेकर आया तो उसके आश्चर्य का ठिकाना न रहा। पहले से रखे कटोरे में उसे सोने का एक सिक्का मिला। उसने नाग देवता का आशीर्वाद समझकर उस सिक्के को रख लिया। इसके बात यह रोज की बात हो गई। हर दिन वह किसान एक कटोरा दूध चढ़ाता था और बदले में उसे सोने का एक सिक्का मिल जाता था। लगातार मिलने वाले सोने के सिक्कों के कारण जल्दी ही वह अमीर आदमी बन गया।
इस तरह से काफी समय बीत गया। एक दिन किसी जरूरी काम से किसान को पास के शहर जाना पड़ा। उसने नाग और सिक्कों वाली बात अपने बेटे को बताई। उसने अपने बेटे से कहा, “मेरी अनुपस्थिति में तुम रोज नाग देवता को दूध जरूर चढ़ाना। बीच में कोई चूक नहीं होनी चाहिए।”
लेकिन किसान का बेटा बड़ा लालची था। उसने सोचा कि नाग की बाम्बी में जरूर कोई खजाना छिपा होगा। उसने सोचा कि रोज की मेहनत से अच्छा होगा कि एक ही बार में खजाना हथिया लिया जाए। ऐसा सोचकर वह नाग को मारने के लिए गया। लेकिन नाग ने उसे डस लिया और किसान का बेटा वहीँ ढेर हो गया।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि लालच बुरी बला है।
9. चोर और पंडित की कहानी (Short Stories in Hindi for Kids (2023)
किसी गाँव में एक निर्धन ब्राह्मण रहता था॥ वह इतना गरीब था कि अपने लिए दो जून की रोटी भी नहीं जुटा पाता था। उसी गाँव में एक धनी व्यापारी रहता था। उस व्यापारी को पंडित की दशा देख कर दया आ गई। उसने पंडित को दो बछड़े दान में दिए। पंडित ने बड़े जतन से उन बछड़ों को पाल पोस कर बड़ा किया। कुछ साल बीतने के बाद दोनों बछड़े बड़े होकर तगड़े बैल बन गए।
उन बछड़ों पर एक चोर की नजर थी। उसने उस पंडित से बैलों को चुराने की एक योजना बनाई। उसे गाँव के पास एक श्मशान में एक राक्षस रहता था। वह राक्षस भी उन बैलों को अपना भोजन बनाना चाहता था। एक रात को वह चोर अपने काम पर लग गया। जब वह पंडित के घर में घुसा तो देखा कि राक्षस तो पहले से जमा हुआ है। अब दोनों में इस बात को लेकर झगड़ा शुरू हो गया कि बैलों पर किसका अधिकार होना चाहिए।
चोर इस बात से भी चिंतित था कि उनके झगडे के शोरगुल से पंडित की नींद ना खुल जाए। राक्षस भी इस बात को लेकर चिंतित था कि कहीं बैल डर गए तो पंडित उठ जाएगा। लेकिन दोनों में से कोई इस बात पर राजी नहीं था कि एक-एक बैल लेकर चला जाए। इस कोलाहल से पंडित की नींद टूट गई।
जब पंडित जगा तो उसने चोर और राक्षस को आपस में झगड़ते हुए देखा। पंडित ने कोई मन्त्र पढ़ना शुरू कर दिया। मन्त्र के प्रभाव से राक्षस दर गया और वहां से भाग गया। चोर ने सोचा कि जब वह पंडित उस राक्षस को डरा सकता है तो उस जैसे अदने से मनुष्य की क्या औकात। चोर भी डर कर वहां से भाग गया।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि जब दो लोग झगड़ रहे हों तो इससे किसी तीसरे व्यक्ति को फ़ायदा होता है।
10. सांप और राजकुमार की कहानी (Short Stories in Hindi for Kids (2023)
एक राजकुमार था जो एक अजीब से रोग से पीड़ित था। वैद्यों ने बताया था कि उसके पेट में एक ज़िंदा सांप है। राजकुमार जो कुछ भी खाता था उसे वह सांप खा जाता था। इसलिए वह राजकुमार बड़ा ही दुबला पतला और कमजोर था। वह कई नामी गिरामी वैद्यों, ऋषि, ओझा, तांत्रिक, आदि के पास गया लेकिन कोई भी उस सांप को बाहर नहीं निकाल पाया।
राजकुमार अपनी हालत से इतना तंग आ चुका था कि वह अपने महल को छोड़कर कहीं दूर जाकर एक सुनसान मंदिर में रहने लगा। राजकुमार अब जिस राज्य में रहता था, वहां के राजा की दो बेटियां थीं। छोटी बेटी स्वच्छंद ख्यालों की थी और हमेशा ही समाज की कुरीतियों के खिलाफ बोलती थी। एक दिन राजा अपनी छोटी बेटी से बहुत गुस्सा हुआ और उसने आदेश दिया कि उसकी शादी सबसे निर्धन व्यक्ति से करा दी जाए।
उसने अपने सिपाहियों को सबसे निर्धन व्यक्ति की खोज में भेज दिया। सिपाही जब सबसे निर्धन व्यक्ति को खोज रहे थे तो उनकी नजर उस राजकुमार पर पड़ी। इस तरह से उस राजकुमारी का विवाह उस राजकुमार से हो गया। लेकिन राजकुमारी बहुत हिम्मत वाली थी। उसने कहा कि वह अपने सोए हुए भाग्य को जगाने के लिए कठिन मेहनत करेगी।
इसके बाद दोनों एक नई जिंदगी शुरू करने के लिए कहीं दूर चले गए। वे एक गाँव में मजदूरी करने लगे। एक दिन वह राजकुमार सोया हुआ था। तभी उसके पेट के अंदर का सांप ताज़ी हवा खाने के विचार से उसके मुंह से बाहर निकला हुआ था। ठीक उसी समय पास की एक बाम्बी से भी एक सांप बाहर आया और राजकुमार वाले सांप को देखा। दोनों सांप आपस में बहस लड़ाने लगे।
पहले सांप ने कहा, “बाम्बी के अंदर एक खजाना छुपा है। कोई यदि बाम्बी में गरम तेल डाल दे तो वह सांप मर सकता है। इसके बाद आसानी से खजाने को प्राप्त किया जा सकता है।”
दूसरे सांप ने कहा, “राजकुमार यदि सरसों को गुड़ में पकाकर खाए तो उसे हमेशा के लिए सांप से छुटकारा मिल सकता है।”
राजकुमारी उन दोनों की बातें सुन रही थी। उसने सरसों को गुड़ में पकाया और राजकुमार को खिला दिया। इससे राजकुमार के अंदर का सांप बाहर निकला और दम तोड़ दिया। फिर उसने गरम तेल को बाम्बी में डाल दिया। इस तरह से उसका सोया हुआ भाग्य जाग गया।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि हर रात के बाद सुबह अवश्य होती है।
आज आपने क्या सीखा?
मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख Short Stories in Hindi with Moral for Kids जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की छोटे बच्चों को प्रेरणादायक कहानियों के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये |