Aaj Kaun Sa Grahan Lag Raha Hai: आज कौन सा ग्रहण है (Friday, 11 August 2023)

Aaj Kaun Sa Grahan Lag Raha Hai: ये सवाल आपके मन में जरुर आया होगा कि “Aaj Kaun Sa Grahan Lag Raha Hai“? या Kal Kaun Sa Grahan Hai ?” लेकिन जानकारी की कमी की वजह से बहुत कम लोगों को इस विषय में सही जानकारी मिलती है। ग्रहण का मतलब होता है जब सूर्य या चंद्रमा किसी अन्य ग्रह के पीछे छिप जाते हैं और उनका प्रकाश कम हो जाता है। ग्रहण एक रोचक और महत्वपूर्ण घटना है जिसे खगोल विज्ञान और ज्योतिष शास्त्र दोनों में रुचि है।

ग्रहण के समय हमारे ग्रहों की स्थिति और दिशा बदलती है, जिसका हमारे जीवन पर भी असर पड़ता है। इसलिए ग्रहण के समय हमें कुछ नियम और उपायों का पालन करना चाहिए। आज के इस लेख में हम यह जानेंगे कि Aaj Kaun Sa Grahan Lag Raha Hai और इससे जुड़ी सभी प्रकार की छोटी-बड़ी रोचक जानकारी। चलिए आगे बढ़ते हैं।

ग्रहण लगना क्या होता है?

“ग्रहण” एक विशेष समय होता है जब हमारे आसमान में कुछ ग्रह एक रेखा पर आते हैं और उनका प्रकाश कम हो जाता है। ग्रह हमारे खगोल विज्ञान और ज्योतिष में महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह हमें ग्रहों की स्थिति, गति और प्रभाव के बारे में बताते हैं। ग्रहण समय पर होने से हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है।

इसके समय में हमारा भाग्य, स्वास्थ्य, व्यवहार, विचार और कर्म बदल सकते हैं। इसलिए ग्रहण के समय में कुछ नियम और उपायों का पालन करना चाहिए। आप इससे आज के त्योहार का पता कर सकते हैं।

ग्रहण कितने प्रकार के होते हैं?

खगोल विज्ञानियों के अनुसार ग्रहण दो प्रकार के होते हैं

  1. सूर्य ग्रहण
  2. और चंद्र ग्रहण।

ग्रहण और भी प्रकार के होते हैं जो ग्रहों की स्थिति और दिशा के आधार पर आते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ प्रमुख ग्रहण के प्रकार:

  1. सूर्यग्रहण (Solar Eclipse): जब चंद्रमा सूर्य के सामने आकर उसकी किरणों को रोक देता है, तो यह सूर्यग्रहण होता है।
  2. चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse): जब पूर्णिमा के समय चंद्रमा भूमि की किरणों को अपने पास आने नहीं देता, तो यह चंद्रग्रहण होता है।
  3. बुधग्रहण (Mercury Transit): बुध ग्रहण तब होता है जब ग्रह बुध सूर्य के सामने आते हैं और उसकी किरणों को रोक देते हैं।
  4. शनिग्रहण (Saturn Transit): शनि ग्रहण भी विशेष समय होता है जब शनि ग्रह सूर्य के सामने आकर उसकी किरणों को रोक देता है।
  5. गुरुग्रहण (Jupiter Transit): गुरु ग्रहण भी एक प्रकार की घटना है जब गुरु ग्रह सूर्य के सामने आकर उसकी किरणों को रोक देता है।
  6. राहुग्रहण और केतुग्रहण (Rahu and Ketu Transit): ये ग्रहण केवल ज्योतिष में होते हैं और यह चंद्रमा की आवृत्ति के समय होते हैं, जब राहु और केतु ग्रह सूर्य की किरणों को रोकते हैं।

सूर्य ग्रहण क्या है?

जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आता है, तो चांद के पीछे सूर्य का बिंब कुछ समय के लिए पूरी तरह से ढक जाता है। इस प्रक्रिया को हम सूर्य ग्रहण कहते हैं। पृथ्वी और सूर्य के बीच में चांद के आने से पृथ्वी पर रोशनी नहीं पहुचती है, जिसके कारण कुछ समय के लिए पृथ्वी का कुछ हिस्सा अंधेरे में दिखाई देता है।

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खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार, सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आकर सूर्य ग्रहण को उत्पन्न करते हैं। इसके अलावा, 25 अक्टूबर को अमावस्या होती है और सूर्य ग्रहण आमतौर पर अमावस्या के दौरान ही घटित होता है।

कितने प्रकार के होते हैं सूर्य ग्रहण?

सूर्य ग्रहण के तीन प्रकार होते हैं – पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण, और वलयाकार सूर्य ग्रहण। आज, 25 अक्टूबर, हमें आंशिक सूर्य ग्रहण दिख रहा है। आंशिक सूर्य ग्रहण में पूरे चक्रवाती पृथ्वी के केवल एक हिस्से को ही सूर्य की किरणों से ढक दिया जाता है। आशिंक सूर्य ग्रहण के अलावा, दो और प्रकार होते हैं – पूर्ण सूर्य ग्रहण और वलयाकार सूर्य ग्रहण।

पूर्ण सूर्यग्रहण (Total Solar Eclipse) क्या होता है?

जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में होते हैं, तब पूर्ण सूर्य ग्रहण होता है। यह समय होता है जब सूर्य और चंद्रमा का साथ पूरी तरह से बंद हो जाता है। इसके अलावा, पूर्ण सूर्य ग्रहण की स्थिति उत्पन्न होती है जब पृथ्वी का एक हिस्सा अंधेरे में ढलता है। तब चंद्रमा पृथ्वी के करीब होता है। यह प्रतिवर्ष नहीं होता, बल्कि हर 100 साल में एक ही बार होता है। अगली बार, 8 अप्रैल 2024 को, अगला पूर्ण सूर्य ग्रहण होने वाला है।

सूर्य ग्रहण के दौरान क्या-क्या सावधानियां बरतें?

सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां बरतना महत्वपूर्ण होता है ताकि आप आपकी आंखों को और आपके स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकें। यहाँ कुछ सावधानियां दी जा रही हैं:

  1. नकाब और उपाय: सूर्य ग्रहण के दौरान, सुरक्षा के लिए नकाब (solar viewer) का उपयोग करें। यह विशेष चश्मे होते हैं जो आपकी आंखों को उत्तराधिकारी रूप से सूर्य की किरणों से बचाते हैं।
  2. कैमरा और बिनोकलर: सूर्य को गोली मारने के लिए कैमरा या बिनोकलर का उपयोग न करें, क्योंकि इससे आपकी आंखों को हानि हो सकती है।
  3. आंखों की सुरक्षा: सूर्य ग्रहण के दौरान कभी भी बिना सुरक्षित उपाय के सीधे सूर्य की ओर देखने का प्रयास न करें।
  4. बच्चों की सुरक्षा: बच्चों को सूर्य ग्रहण के दौरान नकाब या सुरक्षित उपाय का प्रयोग करने के लिए समझाएं।
  5. घर के अंदर रहें: सूर्य ग्रहण के दौरान आपको बाहर जाने से बचना चाहिए। आपके पास नकाब न होने पर, आप सूर्य की तरफ देखने का प्रयास न करें।
  6. स्वास्थ्य सुरक्षा: यदि आपको सिरदर्द, चक्कर या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या का सामना हो तो सूर्य ग्रहण के दौरान डॉक्टर से सलाह प्राप्त करें।
  7. सूर्य ग्रहण देखने का समय: सूर्य ग्रहण के दौरान सुरक्षित देखने के लिए उचित समय का पालन करें, जैसे कि नकाब उपलब्ध होते ही।
  8. सूर्य ग्रहण जानकारी: सूर्य ग्रहण के समय उपयुक्त जानकारी प्राप्त करें और सूर्य ग्रहण की अपडेटेड समय सारणी के बारे में जानें।

चंद्र ग्रहण क्या है?

चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्र के बीच में आ जाती है और सूर्य की रोशनी को चंद्र तक पहुंचने से रोक देती है। चंद्रमा धरती की छाया में आकर चलता है, तब चंद्र ग्रहण होता है। यह हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा किसी दूसरे बिल्कुल या बहुत निकट स्थित हों,

और यह केवल पूर्णिमा की रात्रि में हो सकता है। चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) का प्रकार और लंबाई चंद्र नोड के करीबीता पर निर्भर करता है। इसका प्रकाश उसी कारण से लाल दिखता है, जैसे कि सूर्यास्त या सूर्योदय के समय दिखाई देता है।

Aaj Kaun Sa Surya Grahan Hai

2023 में भारत में दो सूर्य ग्रहण होंगे। पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को होगा। इसकी शुरुआत सुबह 7:04 बजे होगी और यह दोपहर 12:29 बजे तक चलेगा। इसे हाइब्रिड सोलर इक्लिप्स (hybrid solar eclipse) कहा जाएगा, क्योंकि इसमें चंद्रमा सूर्य को आधा या पूरा कवर करेगा। यह भारत में दिखाई नहीं देगा।

दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर 2023 को होगा। इसकी शुरुआत सुबह 9:12 बजे होगी और यह दोपहर 2:11 बजे तक चलेगा। इसे एनुलर सोलर इक्लिप्स कहा जाएगा, क्योंकि सूर्य के आस पास चंद्रमा का एक रिंग दिखेगा। भारत में इसे कुछ जगहों पर देखा जा सकेगा।

अगर आप सूर्य ग्रहण देखना चाहते हैं, तो आपको स्पष्ट आकाश और प्रदूषण मुक्त स्थान की आवश्यकता होगी। आप बाइनोक्यूलर या टेलीस्कोप का उपयोग कर सकते हैं, या फिर आप अपने फोन या DSLR कैमरे से भी फ़ोटो ले सकते हैं। हालांकि सीधे सूर्य को देखने से बचना चाहिए, क्योंकि यह आपकी आंखों को हानि पहुंचा सकता है।

Aaj Kaun Sa Chandra Grahan Hai 2023

2023 में भारत में तीन चंद्र ग्रहण होंगे। पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को होगा, रात 8:45 बजे से शुरू होकर सुबह 1 बजे तक चलेगा। इसमें चंद्रमा का आभास धीरे-धीरे गुजरेगा।

दूसरा चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर 2023 को होगा, सुबह 1:06 बजे से शुरू होकर दोपहर 2:22 बजे तक चलेगा। इस बार चंद्रमा का अधिकांश छिपेगा।

तीसरा चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2023 को होगा, शाम 4:23 बजे से शुरू होकर 6:19 बजे तक चलेगा। इस बार भी चंद्रमा का अधिकांश छिपेगा।

यदि आप चंद्र ग्रहण देखना चाहते हैं, तो स्पष्ट आकाश और प्रदूषणमुक्त स्थान चाहिए। आप बाइनोक्यूलर या टेलीस्कोप का उपयोग करके देख सकते हैं, या फिर फोन या DSLR कैमरे से फोटो ले सकते हैं।

Google Aaj Kaun Sa Grahan Hai

“Ok Google, आज कौन सा ग्रहण है?” यह सवाल आपने शायद कभी ना कभी पूछा होगा। Google एक शक्तिशाली और सुविधाजनक तरीका है जो हमें इंटरनेट पर विभिन्न जानकारियों को प्राप्त करने में मदद करता है।

Google पर आप ग्रहण के बारे में भी कई जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आप Google से पूछ सकते हैं, “Google आज कौन सा ग्रहण है?” तो आपको विस्तृत जानकारी मिलेगी।

Google एक शक्तिशाली और प्रयोगात्मक साधन है जो हमें इंटरनेट पर किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है। गूगल पर आप ग्रहण के बारे में भी अनेक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। Google पर आप ग्रहण की तारीख, समय, स्थान, प्रकार, प्रभाव, नियम, उपाय और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Google पर आप ग्रहण से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण वेबसाइट्स भी देख सकते हैं। इन वेबसाइट्स में आप ग्रहण के विस्तृत विवरण को पढ़ सकते हैं और इसे अपने जीवन में उपयोग कर सकते हैं।

आज हमने क्या सिखा?

मैंने उम्मीद की है कि आपको Aaj Kaun Sa Grahan Lag Raha Hai“? या Kal Kaun Sa Grahan Hai ?” यह आर्टिकल पसंद आया होगा। इसमें ग्रहण के बारे में बताया गया है और यह भी समझाया गया है कि ग्रहण के प्रभावों से कैसे बचा जा सकता है। अगर आपके मन में चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण से संबंधित कोई सवाल है, तो कृपया नीचे कमेंट करके पूछें। हम जल्दी से उसका उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

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