e-RUPI क्या है। e-RUPI से क्या क्या फायदा होगा | e-UPI क्या है।
2 अगस्त 2021 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा एक पेमेंट एप को लांच किया गया। ( UPI kya hai) जिसका का नाम e-RUPI हैं । यह payment app ठीक उसी तरह रंग काम करेगा जिस तरह यूपीआई करता था। एक तरह से हम यह भी कर सकते हैं की यूपीआई यूपीआई कहीं एक लेटेस्ट वर्जन है।
e-RUPI को किस ने बनाया हैं।
e-RUPI को National payment corporation of India यानी NPCI के द्वारा विकसित किया गया है। भारत में जितनी सारी पैसों का आदान-पदान ऑनलाइन माध्यम से होता है उन सभी का देख रहे नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के द्वारा किया जाता हैं। NPCI के अंतर्गत अभी भारत के करीब 11 बैंक तथा 16000 अस्पताल आते हैं जिनके लेनदन की सारी जानकारियां NPCI के पास होती है।इसे umbrella के नाम से भी जाना जाता है।
UPI की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा ही 11 अप्रैल 2016 को शुरूआत किया गया था। इसे mother of all payments App भी कहा जाता हैं।
e-RUPI से भ्रष्टाचार को कैसे रोका जाएगा|
भारत में बढ़ रही गरीबी और भ्रष्टाचार का एक और बढ़ता हुआ कारण यह है कि सरकार के द्वारा जारी की गई योजनाओं का लाभ गरीबों तक सही सही नहीं पहुंच पाता है। अगर मान लेते हैं सरकार गरीबों को राशन या किसी अन्य मुहासे के तौर पर पैसा ही गरीबों तक पहुंच आती है तो वह रास्ते में ही बिचोली के द्वारा खा लिए जाते हैं। और अगर योजनाओं के कुछ लाभ गरीबों तक पहुंच से भी है तो उनमें गुणवत्ता की कमी होती है। राशन अगर गरीबों तक पहुंचता है तो वह खाने लायक नहीं होता हैं।(UPI id kaise bnate hai)
अगर सरकार गरीबों तक भेजती है तो उसे बीच में ही कम कर दिया जाता है और उसका कुछ भाग ही गरीबों तक पहुंच पाता है। करुणा काल में सरकार के द्वारा मास्क बांटने की योजनाओं में भारी घोटाला देखा गया।50 रुपया के मास्क की जगह 2 रुपया के मास्क बांटे गए।
इन सभी घोटालों को रोकने के लिए तथा सरकार की योजनाएं सभी लोगों तक सही रूप से पहुंच सके के लिए सरकार ने e-RUPI पेमेंट की शुरुआत की है। इसमें सरकार लोगों को रुपए किस जगह एक खास क्यूआर कोड देगी। इसका उपयोग लोग सिर्फ उसी काम के लिए कर सकते हैं जिसके लिए सरकार ने उस कोड को दिया है।
e-RUPI कैसे काम करता है।
हालाकि e-RUPI ठीक वैसे ही काम करेगा जैसे कि UPI करता था। लेकिन इसकी प्रोग्राम में थोड़े से बदलाव किए गए हैं। इस एप से सरकार के द्वारा लागू किए गए योजनाएं सही-सही लोगों तक पहुंच सकेगी।
यह काम कैसे करता है| यह जानने के लिए हम यह बात समझ लेते हैं। की अगर सरकार किसी किसान को यूरिया खरीदने के लिए 2000 देती हैं। तो या तो वह रुपए उस किसान तक नहीं पहुंचते हैं। या अगर पहुंच भी जाते हैं तो क्या पता कि वह किसान उस पैसे का कुछ गलत उपयोग करते दे। इन्ही सब भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार ने इस पेमेंट ऐप की शुरुआत की है। इसमें सरकार को अगर कोई राशि किसी व्यक्ति को देनी होगी, तो सरकार उस राशि के बदले उतने ही रुपए का एक क्यूआर कोड उस व्यक्ति के फोन में भेजेगी। और वह कोड सिर्फ उसी दुकान पर उपयोग में लाया जा सकता है जो सरकार के द्वारा ऑथराइज हो।
जैसे कि अगर सरकार 2000 रुपया यूरिया खरीदने के लिए दी है , तो आप उसका उपयोग कोई अन्य सामान खरीदने के लिए नहीं कर सकते हैं। आप सरकार के द्वारा दिए गए 2000 रुपया के क्यूआर कोड का उपयोग सिर्फ सरकारी दुकान पर यूरिया खरीदने के लिए उपयोग में ला सकते हैं।
e-RUPI किन किन फोन में काम करेगा।
यह ऐप आप सभी प्रकार के मोबाइल फोन में उपयोग में लाया जा सकता है। अगर मान लेते हैं कि आपका फोन कैमरे वाला या नहीं एंड्राइड नहीं है, तो आपके फोन पर क्यूआर कोड के बजाय कुछ अंको का ओटीपी जाएगा। आप उस ओटीपी का इस्तेमाल सरकार के द्वारा जिस काम के लिए दिया गया है उसी काम में उपयोग ला सकते हैं।
क्या e-RUPI और e-UPI दोनो एक ही है।
हां , e-RUPI और e-UPI दोनो एक ही है।
क्या e rupi के लिए बैंक अकाउंट का होना जरूरी है।
e-RUPI भारत सरकार के द्वारा जारी की गई एक डिजिटल मुद्रा है यह लाभार्थी के फोन पर QR code या SMS पिन की तरह भेजी जाएगी। और इसके लिए लाभार्थी के पास बैंक अकाउंट का होना जरूरी नहीं है। हालांकि यह मुद्रा किसी सरकारी या प्राइवेट बैंक के द्वारा ही जारी की जाएगी। निजी क्षेत्र की कंपनियां भी चाहे तो अपने कर्मचारियों के लिए इसकी मुद्रा का उपयोग कर सकती है।
e rupi किस किस bank के द्वारा जारी किया जाएगा|
e rupi भारत सरकार के द्वारा जारी किया गया है इससे national payment corporation of India के द्वारा बनाया गया है। फिलहाल के लिए देश के कुछ बड़े बैंक ही यह सेवा दे सकते हैं जिनमें जिनमें HDFC Bank, SBI Bank तथा ICICI bank शामिल है।