Pakistan economic crisis : पाकिस्तान में सार्वजनिक रूप से हलचल बढ़ रही है। इसका कारण है कि सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान को जमानत देने के बाद से ही उनके विरोधी राजनीतिक दलों को एकजुट होने की इजाजत दी है। इमरान की रिहाई के विरोध में एक ओर सभी दल सुप्रीम कोर्ट के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नेशनल असेंबली में विपक्षी नेता राजा रियाज अहमद खान ने इमरान खान की सार्वजनिक फांसी की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि इमरान को सार्वजनिक तौर पर फांसी दी जानी चाहिए। हालांकि, कोर्ट उनका स्वागत कर रही है और उन्हें उनके दामाद की तरह संभालने की तैयारी कर रही है। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) इमरान खान की रिहाई के विरोध में सुप्रीम कोर्ट के सामने धरना प्रदर्शन कर रही है। इस बीच, चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल ने इमरान को तुरंत रिहा करने का आदेश दिया था और इसके बाद से पाकिस्तान सरकार उनके खिलाफ उतर आई है।
सरकार ने क्या फैसला लिया है?
सरकार ने बंदियाल के विरोध में निंदा प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। इस मामले में नेशनल असेंबली ने एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के जजों के खिलाफ संदर्भ तैयार करने के लिए पांच सदस्यीय समिति की मांग की गई है। इसके अलावा, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, जेयूआई-एफ नेता असद महमूद और अन्य नेताओं ने भी सीजेपी बंदियाल के द्वारा बनाए गए दोहरे मानदंडों पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। इस वक्त में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान खान से अल कादिर ट्रस्ट केस में जांच में शामिल होने की अपील की है।