Presidential poll 2022: भारत की आगामी(15वें) राष्ट्रपति का चुनाव राज्य के सभी विधानसभाओं और संसद भवन में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो चुका है। राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 99 फ़ीसदी लोगों ने वोट किया। मतदान की शुरुआत सुबह 10:00 बजे से हुई और शाम 5:00 बजे तक चला।भारत के कई हिस्सों में राज्यों के विधायकों के द्वारा 100 फ़ीसदी मतदान किया गया| भारत के चुनाव आयोग ने बताया कि गोवा, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, मणिपुर, पुडुचेरी, मिजोरम, सिक्किम, तमिलनाडु इत्यादि राज्यों में सभी विधायकों और सांसदों ने 100 फ़ीसदी मतदान किए।
जानिए किन किन लोगों ने राष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं किया?
सोमवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में 99 फ़ीसदी मतदान किया गया लेकिन इस चुनाव में 8 सांसद ऐसे रहे जिन्होंने अपना मतदान नहीं दिया। इनमें शिवसेना और बीजेपी के दो दो सांसद तथा समाजवादी पार्टी, कांग्रेस,बसपा और एआईएमआईएम के एक-एक सांसद ने भूत नहीं दिए। बीजेपी की ओर से दो सांसद जिन्होंने वोट नहीं दिए उनमें गुरदासपुर के सांसद सनी देओल तथा संजय शामराव धोत्रे शामिल है। सनी देवल इलाज के लिए विदेश थे। जिसके कारण वह भूत देने नहीं आ सके। वही संजय धोत्रे भी अस्पताल में भर्ती हैं।
शिवसेना के सांसद हेमंत गोडसे तथा गजानंद कृतिकार और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के सांसद इम्तियाज अली वोट डालने नहीं पहुंचे थे। वहीं बसपा के अतुल सिंह जेल में बंद होने के कारण वोट नहीं डाल सके।
द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने की संभावना सबसे अधिक है।
भारत में लगभग 4800 विधायकों और सांसदों को आगामी राष्ट्रपति के चुनाव में मतदान करना था। मतदान की शुरुआत सभी राज्य विधानसभाओं और संसद भवन में सुबह 10:00 बजे शुरू हुआ तथा मतदान शाम के 5:00 बजे तक जारी रहा। भारत के सभी क्षेत्रों से 4796 सांसदों तथा विधायकों ने मतदान किया।
भारत में हो रहे 15वें राष्ट्रपति के चुनाव हेतु बीजेपी के नेतृत्व से आदिवासी नेता द्रौपदी मुरमू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं विपक्षी दलों की ओर से पूर्व बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति का उम्मीदवार चुना गया है। नए राष्ट्रपति के नाम का उजागर 21 जुलाई को किया जाएगा।