R-value क्या है?
दोस्तों इन दिनों एक बहुत बड़ी चर्चा छिड़ी हुई है। चर्चा यह छिड़ी हुई है कि कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है।
असल में बड़े शहरों में जैसे दिल्ली मुंबई चेन्नई, पुणे इत्यादि शहरों में R-valueएक से ज्यादा बढ़ चुकी है। और वैज्ञानिकों का मानना है कि जब आवेलु एक से ज्यादा बढ़ जाए तो समझ ले कि आप थर्ड लहर में एंट्री कर चुके हैं। अगर ऐसा होता है तो बहुत जरूरी है। यह जानना कि R-value होती क्या है?
तो आपको बता दिया जाए कि अब थर्डवेव की शुरुआत हो चुकी है। अगर आप इस उम्मीद में है कि टीवी चैनल न्यूज़ पेपर व में इसके बारे में बड़े-बड़े खबरें आएंगी कई लोग मरेंगे तब कहीं तीसरी लहर की पुष्टि होगी लेकिन वैज्ञानिक भाषा में देखा जाए तो?
कैसे यह निर्णय लिया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है।
तीसरी लहर की पुष्टि इस आधार पर नहीं होती कि कितने लोग मरे या कितनी सारी कैजुअल्टी हुई बल्कि इस आधार पर होती है की कितनी तेजी से गुणा संक्रमण फैल रहा है?तब कहीं आपके मन में यह सवाल पूछ रहा हूं कि कैसे यह निर्णय लिया जा रहा है कि कोरोना की तेजी से बढ़ रही है।
यह जानने का सबसे आसान तरीका है हमें यह जानने के लिए हमें पिछले साल की आंकड़े पर गौर करना होगा।
जहां 16 सितंबर 2020 को देश में कोरोना की केस 97894 थे तो फरवरी में यही किस बढ़कर 8635 रहे हैं? फिर 1 फरवरी 2021 को कोरोना की केस खटकर 8637 हो गई लेकिन 6 मई 2021 कोरोना की केस बढ़कर 414188 हो गई।
अब गौर से समझते हैं r-value क्या होता है?
असल में r-value का मतलब होता है रिप्रोडक्शन नंबर ,रिप्रोडक्शन नंबर को इस तरह से समझते हैं। अगर मान लिया कि एक व्यक्ति को कोरोनावायरस हुआ।
तो वह इंफेक्शन उस आदमी से कितने लोगों में फैला इस आधार पर रिप्रोडक्शन नंबर तय किया जाता है? अगर किसी एक व्यक्ति से। कोरोनावायरस का संक्रमण एक व्यक्ति में होता है। तू इसे?
रिप्रोडक्शन नंबर 1 होगा और जब यही किसी के से एक से ज्यादा हो जाती है तब खतरा बढ़ने लगता है।
तीसरी लहर कितनी खतरनाक होगी?
साथियों! तीसरी लहर कितनी खतरनाक होगी। यह बात हम इस तथ्य से समझ लेते हैं कि मान लेते हैं r-value एक है। इसका मतलब कि एक व्यक्ति कम से कम 1 व्यक्तियों में कोरोनावायरस का संक्रमण फैल आएगा वह व्यक्ति। अब दूसरे को फैला इनके और यही आंकड़ा बढ़ते-बढ़ते करोड़ में पहुंच जाएगा।
अभी दिल्ली मुंबई शहरों की r-value क्या है?
साथियों! क्योंकि आंकड़ा अब बहुत ही भयावह हो चुका है? क्योंकि दिल्ली मुंबई पुणे चेन्नई आदि शहरों में r-value दो से ज्यादा हो गई है। इसका मतलब यह है कि कुछ ही हफ्तों में तीसरी लहर का प्रभाव आपको देखने को मिल जाएगा और करीब!
1 दिन में लाखों केस आने शुरू हो जाएंगे।
वैज्ञानिकों ने कहा है कि फरवरी और मार्च के बीच में तीसरी लहर का पिक होगा।
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Bahut hi shandar post ❤️