All Rashi Name and Symbol in Hindi: भारतीय सभ्यता में राशि फल का विशेष महत्व है। ज्योतिषियों के द्वारा इन राशियों के माध्यम से भूत, भविष्य और वर्तमान में होने वाली घटनाओं की जानकारी मिलती है। इन राशियों की सहायता से प्राचीन काल में लोग भविष्यवाणी करते थे।
आधुनिक युग में इन राशियों का महत्व कम हो रहा है, लेकिन भारत में कुछ राज्यों और शहरों में राशियों को अभी भी महत्व दिया जाता है। यहाँ राशियों की मदद से बच्चों के नामकरण जैसे काम किए जाते हैं। राशि को अंग्रेजी में ‘Zodiac’ कहा जाता है।
ज्योतिषियों के अनुसार 12 प्रकार की राशियाँ होती हैं और इन राशियों की स्थिति के आधार पर मनुष्य का जीवन व्यतीत होता है। इन राशियों के आधार पर ही मानव जीवन की घटनाएँ घटित होती हैं। आज के लेख में हम सभी राशियों के नाम और चिह्न जानेंगे, साथ ही नाम के पहले अक्षर के आधार पर राशि की जानकारी प्राप्त करेंगे।
12 Rashi Name in Hindi
ज्योतिषी शास्त्रो के अनुसार राशिया 12 प्रकार की होती है। इन्ही 12 राशियों की सहायता से हिंदू धर्म मे नामकरण व कई अन्य प्रकार के कार्य किये जाते है इन 12 राशियो के नाम निम्नलिखित है।
- मेष (Aries)
- वृषभ (Taurus)
- मिथुन (Gemini)
- कर्कट (Cancer)
- सिंह (Leo)
- कन्या (Virgo)
- तुला (Libra)
- वृश्चिक (Scorpio)
- धनु (Sagittarius)
- मकर (Capricorn)
- कुम्भ (Aquarius)
- मीन (Pisces)
12 Rashi Name in English
- Aries
- Taurus
- Gemini
- Cancer
- Leo
- Virgo
- Libra
- Scorpio
- Sagittarius
- Capricorn
- Aquarius
- Pisces
Rashi Name in Hindi
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, राशियाँ 12 प्रकार की होती हैं। इन 12 राशियों की मदद से हिंदू धर्म में नामकरण और अन्य कार्य किए जाते हैं। ये 12 राशियों के नाम निम्नलिखित हैं
राशि के नाम | राशि के देवता |
मेष (Aries) | मंगल (Mars) |
वृषभ (Taurus) | शुक्र (Venus) |
मिथुन (Gemini) | बुध (Mercury) |
कर्क (Cancer) | चंद्र (Moon) |
सिंह (Leo) | सूर्य (Sun) |
कन्या (Virgo) | बुध (Mercury) |
तुला (Libra) | शुक्र (Venus) |
वृश्चिक (Scorpio) | मंगल (Mars) |
धनु (Sagittarius) | बृहस्पति (Jupiter) |
मकर (Capricorn) | शनि (Saturn) |
कुंभ (Aquarius) | शनि (Saturn) |
मीन (Pisces) | गुरु (Jupiter) |
जानिये नाम के पहले अक्षर से राशि कैसे पहचाने
ज्योतिष में 12 प्रकार की राशियाँ होती हैं। इन 12 राशियों के लिए विशेष पहलू होता है। राशि की पहचान के लिए नाम के पहले अक्षर का उपयोग किया जा सकता है।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, राशियाँ 12 प्रकार की होती हैं। इनी 12 राशियों के अक्षरों की मदद से हम अपनी राशि का नाम पता कर सकते हैं। मान लीजिए आपका नाम कुशल है, तो अब आपके नाम के पहले अक्षर “क” है।
इसी तरह जब आप राशियों के सामने लिखे अक्षरों के साथ मिलाएंगे, तो आप अपनी राशि का नाम जान पाएंगे। उदाहरण स्वरूप, कुशल की राशि का नाम “मिथुन” होगा, क्योंकि “क” अक्षर मिथुन राशि के अंतर्गत आता है।
हिंदी में राशि के नाम | शब्द अनुसार राशि के नाम |
मेष | ला, ली, लू, ले, चू, चे, चो, लो, आ |
वृष | ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो |
मिथुन | का, की, छ, के, को, ह, कू, घ |
कर्क | ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे, डो |
सिंह | मा, मी, टा, टी, टू, टे, मू, मे, मो |
कन्या | ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो |
तुला | रा, री, रू, रे, तू, ते, रो, ता, ती |
वृश्चिक | तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि, यू |
धनु | ये, यो, भा, फा, ढा, भे, भी, भू, धा |
मकर | भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी |
कुम्भ | गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द |
मीन | दी, दू, दो, चा, ची, थ, झ, ञ, दे |
राशियो के चिन्ह ( Rashi Chinh)
राशि चिन्ह ज्योतिष में उपयोग होने वाले विशेष प्रतीक होते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति की जन्म तिथि और स्थान के आधार पर उनकी राशि और ग्रह स्थितियों का पता लगाना होता है। ये चिन्ह भौतिक और आध्यात्मिक गुणों, स्वभाव और व्यक्तिगतता से जुड़े होते हैं।
इन राशि चिन्हों से लोग अपनी जन्म तिथि के आधार पर अपनी राशि पहचानते हैं और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं की जांच करते हैं। ज्योतिष में 12 मुख्य राशि चिन्ह होते हैं, जो निम्नलिखित होते हैं:
राशि नाम – Rashi name | राशि चिन्ह |
मेष (Aries) | चूड़ी |
वृषभ (Taurus) | गाय |
कर्कट (Cancer) | कर्कट |
मिथुन (Gemini) | द्वितीयक |
सिंह (Leo) | सिंह |
कन्या (Virgo) | बृक्षाकर |
तुला (Libra) | तराजू |
वृश्चिक (Scorpio) | वृश्चिक |
धनु (Sagittarius) | धनु |
मकर (Capricorn) | मकर |
कुम्भ (Aquarus) | कुम्भ |
मीन (Pisces) | मीन |
विस्तार से राशियों के बारे में जानिए
ज्योति शास्त्र के अनुसार राशि 12 प्रकार के होते है, नीचे इनके नाम, चिन्ह व स्वामी के नाम के साथ- साथ किस अक्षर से कौन सी राशि होती है की जानकारी दी गई है। इन राशि चिन्हों से लोग अपनी जन्म तिथि के आधार पर अपनी राशि पहचानते हैं और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं की जांच करते हैं।
#1. मेष राशि (Mesh Rashi)
मेष राशि का चिन्ह होता है “अ”।इसका चिन्ह मेढ जैसा होता है, इस राशि के स्वामी का नाम मंगल है। जिन लोगो का नाम चू, चो, चे, लू, ले, लो, ला, ली, आ से होता है यह राशि में जन्मे लोग साहसी, उत्साही, और प्रेरणादायक होते हैं।
उनमें नेतृत्व की क्षमता होती है और वे नए परिप्रेक्ष्यों में उत्सुकता से कदम रखते हैं। यह राशि व्यक्तिगत स्वतंत्रता की महत्वाकांक्षा रखती है और कार्यों में मेहनती रहने की प्रेरणा देती है।
मेष राशि वाले बच्चों के नाम
मेष राशि के जन्मदिन वाले व्यक्तियों के नाम निम्नलिखित हो सकते हैं:
- अदिति (Aditi)
- अर्यन (Aryan)
- आदित्य (Aditya)
- अक्षय (Akshay)
- अनिकेत (Aniket)
- अभिषेक (Abhishek)
- अर्जुन (Arjun)
- अयुष्मान (Ayushman)
- आर्या (Arya)
- अयुष (Ayush)
- अन्या (Anya)
- अद्या (Adya)
यह केवल कुछ नाम हैं, आपके मन में अन्य भी नाम हो सकते हैं जो मेष राशि के जन्मदिन वाले लोगों के नाम हो सकते हैं।
#2. वृषभ राशि (Vrishabh Rashi)
वृषभ राशि वाले लोगों का जन्म तिथि के आधार पर निर्धारित होता है। यह हिन्दी ज्योतिष में दुसरी राशि है। इसका चिन्ह बैल है तथा इस राशि के स्वामी का शुक्र ग्रह है, जिनका नाम ई, ओ, उ, ए, वू, वे, वा, वी, वो से होता है इसका स्वामी शुक्र (वीनस) होता है।
वृषभ राशि के लोग स्थिर और धीरे-धीरे परिवर्तन करने वाले होते हैं। उनकी आस्तिक भावनाएं होती हैं और उन्हें बाहरी दुनिया के साथ मिलने में समय लगता है। वे धैर्यपूर्ण तरीके से काम करते हैं और विचार करते हैं और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेहनत करते हैं।
वृषभ राशि (Vrishabh Rashi) वाले बच्चों के नाम
- अर्जुन (Arjun)
- राजेश (Rajesh)
- सुनील (Sunil)
- विक्रम (Vikram)
- मनोज (Manoj)
- आदित्य (Aditya)
- प्रकाश (Prakash)
- सुरेश (Suresh)
- जयेश (Jayesh)
- विनय (Vinay)
- महेश (Mahesh)
- दीपक (Deepak)
- आशीष (Aashish)
- कुलदीप (Kuldeep)
- अजय (Ajay)
- प्रदीप (Pradeep)
- मुकेश (Mukesh)
- सतीश (Sateesh)
- नीलेश (Nilesh)
- संजय (Sanjay)
- सुरज (Suraj)
- गौरव (Gaurav)
- प्रवीण (Praveen)
- निरज (Niraj)
- शिवेश (Shivesh)
- हरिश (Harish)
- दिनेश (Dinesh)
#3. मिथुन राशि (Mithun Rashi)
मिथुन राशि भारतीय ज्योतिष में तीसरी राशि है जो बृहस्पति (Jupiter) ग्रह के नक्षत्र मितुनी (Mrigashira), आर्द्रा (Ardra), और पुनर्वसु (Punarvasu) में आती है। इस राशि का अधिपति ग्रह मर्स (Mars) है। मिथुन राशि के स्वामी ग्रह बुध (Mercury) होते हैं। जिनका नाम का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह से होता है, उनकी राशि मिथुन राशि होती है।
मिथुन राशि के जातकों की खासियतें
- द्वितीय द्वादश राशि (Gemini): मिथुन राशि के लोगों का व्यक्तित्व द्वितीय द्वादश राशि के तत्वों पर आधारित होता है। इसमें संवाद, सामाजिकता, और बुद्धि की प्रवृत्ति शामिल है।
- अधिक चंचल मन: मिथुन राशि के जातक चंचल मन वाले होते हैं और उन्हें नई चीजों की खोज में रुचि होती है।
- सामाजिक भावना: इन व्यक्तियों का सामाजिक माध्यम से मिलनसर व्यवहार होता है और उनका संवाद अच्छा होता है।
- वाक्चातुर्य: मिथुन राशि के जातक भाषण में माहिर होते हैं और उनकी वाणी प्रभावशाली होती है।
- बुद्धिमत्ता: इन व्यक्तियों की बुद्धि और विचारशीलता में विशेष कुशलता होती है, जिससे वे अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करते हैं।
- अनुकूल गुण: इनका मिलनसर और सहयोगी व्यवहार उन्हें अन्य लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाने में मदद करता है।
- विशेष रूप से शिक्षा की प्रेरणा: मिथुन राशि के जातकों में शिक्षा के प्रति विशेष रुचि होती है और उन्हें शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
मिथुन राशि (Mithun Rashi) वाले बच्चों के नाम
मिथुन राशि वाले बच्चों के नाम इस प्रकार हैं:
लड़कों के लिए:
- अयान
- अर्जुन
- आकाश
- आदित्य
- आदर्श
- अभिषेक
- अनुराग
- ईशान
- ऋषभ
- करण
- क्षितिज
- मयंक
- मिहिर
- नमन
- निखिल
- पंकज
- पराग
- रजत
- रोहित
- रुद्र
- सूर्य
- तनिष्क
- त्रिभुवन
- विक्रम
- वैभव
- यश
- रवि
- क्षितिज
- आदित्य
#4. कर्क राशि (Kark Rashi)
कर्क चौथी राशि है| कर्क राशि (Kark Rashi) को अंग्रेजी में “Cancer zodiac” के रूप में जाना जाता है, और यह ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण राशि है। कर्क राशि 21 जून से 22 जुलाई तक के अंतराल में जन्मे व्यक्तियों की राशि होती है। जिनका नाम ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे, डो , से होता है उनकी राशि कर्क राशि होती है।
कर्क चौथी के जातकों की खासियतें
!. चंचल मानसिकता, संवेदनशीलता, और करूणापूरित भावनाओं के लिए कर्क राशि के लोग प्रसिद्ध होते हैं। यह राशि चन्द्रमा के नियंत्रण में होती है, इसलिए इन लोगों की प्रवृत्तियाँ चंद्रमा के प्रकार के आधार पर बदल सकती हैं।
2. कर्क राशि के व्यक्तियों को परिवार और घर के मामलों में गहरा रुचि होता है, और वे अक्सर आपने परिवार के लिए कई समय और उपायनों की तरह समर्पित होते हैं। इनकी संवादना और सहानुभूति की भावना उन्हें साथी और दोस्तों के लिए अच्छे संबंध बनाने में मदद करती है।
3. कर्क राशि के व्यक्तियों को सावधान रहने की आवश्यकता होती है क्योंकि वे अक्सर अपनी भावनाओं में डूबकर आते हैं और तनावपूर्ण स्थितियों में चिंतित हो सकते हैं। वे अपने आपको बाहरी समस्याओं के प्रति आत्मसमर्पित कर सकते हैं, जिससे उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
4. कुल मिलाकर, कर्क राशि वाले व्यक्ति उदार, सहानुभूतिपूर्ण, और आदर्शवादी होते हैं। उन्हें अपनी भावनाओं का सामंजस्य तरीके से प्रबंधन करना सीखने की आवश्यकता होती है ताकि उनका मानसिक स्वास्थ्य स्थिर बना रहे।
कर्क राशि (Kark Rashi) वाले बच्चों के 30 नाम
कर्क राशि के बच्चों के लिए नाम चुनते समय उनकी जन्म कुंडली और परिवार की परंपराओं को भी मध्यनजर रखना चाहिए। यहाँ कुछ कर्क राशि के बच्चों के नाम दिए जा रहे हैं:
- आर्या (Arya)
- कविता (Kavita)
- आदित्य (Aditya)
- अंशुल (Anshul)
- अनन्या (Ananya)
- नील (Neel)
- वृषभ (Vrishabh)
- आकांक्षा (Akanksha)
- रुहानी (Ruhani)
- निष्का (Nishka)
- ध्रुव (Dhruv)
- अनमोल (Anmol)
- चायना (Chayna)
- अमोघ (Amogh)
- तनिष्क (Tanishk)
- पूजिता (Poojita)
- विभावरी (Vibhavari)
- अद्वितीय (Advitiya)
- यजत (Yajat)
- निधि (Nidhi)
- सौरभ (Saurabh)
- प्रियंका (Priyanka)
- रिया (Riya)
- आरुषी (Arushi)
- अभिनव (Abhinav)
- तनिशा (Tanisha)
- वीर (Veer)
- प्रियांशु (Priyanshu)
- सिया (Siya)
- रणजीत (Ranjit)
#5. सिंह राशि (Singh Rashi)
सिंह राशि भारतीय ज्योतिष में पांचवी राशि है जो कि 23 जुलाई से 22 अगस्त तक के बीच में पाई जाती है। यह राशि दिनभर सूर्य के ग्रहण समय में प्राप्त होती है और इसे व्यक्तिगतता, उत्साह, और प्रवृत्ति की प्रतीक राशि के रूप में जाना जाता है।
सिंह राशि का स्वामी सूर्य होता है, जिससे इस राशि के लोगों को सूर्य की शक्तियों और गुणों का प्रतीक माना जाता है। जिनका नाम मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे – से होता है, उनकी राशि सिंह होती है।
सिंह राशि के जातकों की खासियतें
1. सिंह राशि के जातकों को आमतौर पर साहसी, स्वाधीन, और समर्पित व्यक्तित्व के साथ देखा जाता है। वे उच्च प्राधिकृत मनोबल रखते हैं और अपने लक्ष्यों को पूरा करने में प्रतिबद्ध रहते हैं। सिंह राशि के लोग उच्च आत्ममान के साथ आते हैं और उन्हें उनकी सामाजिक स्थिति और सम्मान महत्वपूर्ण होते हैं।
2. इनके गुणों में आत्मविश्वास, सहयोगिता, और नेतृत्व की क्षमता शामिल होती है। हालांकि, कभी-कभी यह लोग अधिक स्वार्थपर हो सकते हैं और उनकी गर्व में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
3. सिंह राशि का स्वास्थ्य और व्यक्तिगत विकास उनकी शानदार प्रवृत्तियों के कारण बेहद महत्वपूर्ण होता है। वे अक्सर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में सावधान रहते हैं।
4. कुल मिलाकर, सिंह राशि वाले व्यक्तियों को उनके पौरुष, साहस, और स्वाधीनता की दृष्टि से जाना जाता है, जो उन्हें उनके लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद करते हैं।
#6. कन्या राशि (Kanya Rashi)
कन्या राशि (Kanya Rashi) भारतीय ज्योतिष में छठवी राशि है जो कि वर्ग के सातवें ग्रह, बुध (Mercury), के साथ जुड़ी होती है। कन्या राशि का संबोधन संस्कृत शब्द “कन्या” से होता है, जिसका अर्थ होता है “कन्या” या “युवति”।
कन्या राशि के जातकों का जन्म 23 अगस्त से 22 सितंबर के बीच होता है। जिनका नाम ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो – से होता है। उनकी राशि कन्या राशि होती है।
कन्या राशि के जातकों की खासियतें
1. इस राशि के जातक बुध के प्रभाव से विशेष रूप से विचारशील, बुद्धिमत्ता से भरपूर, और विवेकपूर्ण होते हैं। वे विश्लेषण करने में माहिर होते हैं और छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखते हैं।
2. कन्या राशि के जातक आमतौर पर सामाजिक और उपयुक्त कामों में सफल होते हैं क्योंकि उनकी विवेकपूर्ण दृष्टिकोण और योग्यता होती है। हालांकि, वे कभी-कभी अपनी अत्यधिक विचारशीलता के कारण खुद पर अधिक दबाव बना लेते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।
3.कन्या राशि का स्वामी ग्रह बुध होता है, इसलिए इनके जातकों को विद्या, वाणिज्यिक क्षेत्र, लेखन, और संवाद में विशेष रुचि होती है। वे विचारशील और तर्कसंगत बातचीत करने में भी माहिर होते हैं।
4. कन्या राशि के जातकों का धनु राशि के साथ मिलने पर जातक की स्वभाव में विवाद और मतभेद हो सकता है, क्योंकि धनु राशि का स्वामी गुरु (Jupiter) उनके स्वामी ग्रह बुध के प्रति नेत्र नहीं होता है।
#7. तुला राशि (Tula Rashi)
तुला राशि, राशि चक्र की सातवी राशि है| तुला राशि (Tula Rashi) संगीतीय आकार, सौंदर्य, समरसता और विवादों के प्रतीक मानी जाती है। यह ज्योतिष शास्त्र में वृश्चिक राशि के पूर्व और धनु राशि के पश्चिम क्षेत्र में आती है।
इस राशि का स्वामी शुक्र ग्रह होता है। जिनका नाम र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू, ते – से होता है, उनकी राशि तुला राशि होती है।
तुला राशि के जातकों की खासियतें
1. तुला राशि के जातक व्यावसायिक योग्यता, विचारशीलता और समरसता के साथ प्रसिद्ध होते हैं। वे आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते हैं और लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं। यह राशि कुंडली में समझदारी, कल्पना शक्ति और योग्यता को प्रमोट करती है।
2. तुला राशि के जातक अक्सर न्याय की तलाश में रहते हैं और सामाजिक मुद्दों को उन्हें गहरी रुचि होती है। वे वाणी में मधुरता रखते हैं और आपसी समझदारी से किसी भी स्थिति को सुलझा सकते हैं।
3. तुला राशि के जातक को अक्सर उनके निर्णय में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि वे अक्सर विचार करने में ज्यादा समय लेते हैं और सभी पक्षों को ध्यान में रखकर निर्णय लेते हैं।
4. तुला राशि के जातक विवादों से बचकर समझदारी से अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करने में सक्षम होते हैं। वे सामाजिक संबंधों को महत्व देते हैं और अपने साथी के साथ मिलकर समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने की कोशिश करते हैं।
#8. वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi)
वृश्चिक राशि, राशि चक्र की आठवी राशि है| वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) स्वामी मंगल (Mars) द्वारा नियंत्रित होती है और यह ज्योतिष शास्त्र में आने वाली बारह राशियों में से एक है। यह राशि अक्टूबर 23 से नवंबर 22 तक के समय में स्थित होती है।
वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल होने के कारण, इसका प्रमुख गुण उत्तोलनशीलता और ऊर्जावानी होता है। जिसका चिन्ह बिच्छु है तथा इस राशि का स्वामी मंगल है। जिनका नाम तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि, यू – से होता है, उनकी राशि वृश्चिक राशि होती है।
वृश्चिक राशि के जातकों की खासियतें
1. वृश्चिक राशि के जातक आमतौर पर अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में संघर्ष करने के लिए प्रस्तुत रहते हैं।
2. वृश्चिक राशि के जातक गहराईयों में रुचि रखते हैं और सामाजिक मुद्दों, रहस्यों, और अन्य अद्भुत विषयों में उनकी अधिक रुचि होती है। वे अक्सर विचारशील, अन्वेषक, और तत्त्वशोधक होते हैं।
3. वृश्चिक राशि के जातकों के लिए प्यार और संबंधों में भी विशेष महत्व होता है। वे अपने संबंधों में अत्यधिक विश्वास रखते हैं और साथी के प्रति अपनी आत्मा की गहराईयों तक जानने की कोशिश करते हैं।
3. इन लोगों का स्वास्थ्य भी उत्तम होता है, लेकिन वे थोड़े से आलस्यपूर्ण हो सकते हैं जिससे शारीरिक बीमारियों का सामना कर सकते हैं।
4. वृश्चिक राशि के जातक आत्मविश्वासी, ऊर्जावान, और समर्पित व्यक्तित्व वाले होते हैं जिनका लक्ष्य होता है कि वे अपने जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाएं।
#9. धनु राशि (Dhanu Rashi)
धनु राशि, जिसे अंग्रेजी में “Sagittarius” कहा जाता है, धनु राशि, राशि चक्र की नौवी राशि है| जो जन्म के आधार पर व्यक्ति के व्यक्तिगत गुण, प्रवृत्तियाँ, और भविष्यफल का विश्लेषण करने के लिए प्रयुक्त होती है।जिनका नाम य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ, भे – से होता है, उनकी राशि धनु राशि होती है।
धनु राशि के जातकों की खासियतें
- धनु राशि के लोग आमतौर पर उत्साही और प्रेरित करने वाले होते हैं। वे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं और उन्हें उनके कार्य में सफलता पाने के लिए आगे बढ़ने का उत्साह होता है।
- धनु राशि के जातकों की मानसिकता स्वतंत्र और आवाज़न दिल की होती है। वे अपने विचारों और विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने में साहसी होते हैं।
- धनु राशि के जातकों की आमतौर पर विशेष रुचि शिक्षा, अध्ययन और ज्ञान में होती है। वे नए विषयों की खोज करने में रुचि रखते हैं और अपनी ज्ञान भरी दृष्टिकोण के साथ दुनिया को देखते हैं।
- धनु राशि के लोगों को यात्रा करने का शौक होता है। वे नई जगहों की खोज करने में रुचि रखते हैं और अनजाने स्थानों की सैर करने में आनंद लेते हैं।
- धनु राशि के जातक अपनी स्वतंत्रता को महत्वपूर्ण मानते हैं और किसी भी प्रकार की पाबंदी से बचने का प्रयास करते हैं।
#10. मकर राशि (Makar Rashi)
मकर राशि भारतीय ज्योतिष में दशवी राशि है जो कैप्रिकॉर्न (Capricorn) नक्षत्र के साथ जुड़ी होती है। मकर राशि का संवादिक राशि बताया जाता है, जिसका स्वामी ग्रह वृहस्पति होता है। यह राशि 22 दिसम्बर से 19 जनवरी तक के समय में सूर्य के गति के अनुसार होती है। जिनका नाम भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी – से होता है, उनकी राशि मकर राशि होती है।
मकर राशि के जातकों की खासियतें
1. मकर राशि के जातक को धैर्य, कठिनाइयों का सामना करने की क्षमता, उत्तराधिकारी भावना, आत्म-नियंत्रण, और मेहनती प्राकृतिक होती है। वे लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेहनत करने में अधिक प्रतिबद्ध रहते हैं और समय की मूल्य को समझते हैं।
2. वृहस्पति मकर राशि के स्वामी ग्रह होते हैं, जिन्हें धर्म, कर्म, न्याय, और संज्ञान का प्रतीक माना जाता है।
3. मकर राशि के जातक को अपने कर्मों का ध्यान रखने और सफलता पाने के लिए मेहनत करने की सलाह दी जाती है।
4. मकर राशि वाले व्यक्तित्व में दृढ़ता, संघर्ष की क्षमता, और उद्दीपन की क्षमता होती है, जो उन्हें जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता पाने में मदद कर सकती है।
#11. कुम्भ राशि (Kumbh Rashi)
कुम्भ राशि ज्योतिष शास्त्र में ग्यारहवी राशि है जो बारह राशियों में से एक है। यह राशि वायु तत्व की होती है और इसे अंग्रेजी में “Aquarius” के नाम से भी जाना जाता है। कुम्भ राशि का सिम्बल एक मद कुंडी को दिखाता है, जिसमें जल या अमृत का प्रवाह होता है।
कुम्भ राशि के जातकों का जन्म 20 जनवरी से 18 फरवरी के बीच होता है। जिसका नाम गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द – से होता है, उसकी राशि कुम्भ राशि होती है।
कुम्भ राशि के जातकों की खासियतें
1. यह राशि मौन, उत्तल, और आदर्शवादी व्यक्तित्व के साथ जुड़ी होती है। इनके लिए सोचने का तरीका अद्भुत और अनूठा होता है और वे आमतौर पर समाज के स्थापित नोर्म्स से अलग होते हैं।
2. ज्योतिष में कहा जाता है कि कुम्भ राशि के जातक उत्तारदायित्व, सामाजिक सुधार, और मानवता के प्रति समर्पित होते हैं। वे अक्सर नए और आदर्शवादी विचारों का पीछा करते हैं और समाज में परिवर्तन करने के प्रयास करते हैं।
3. कुम्भ राशि के स्वामी ग्रह शनि होते हैं, जिसका मानव जीवन पर गहरा प्रभाव होता है। इसके अलावा, कुम्भ राशि के जातकों का धातु तत्व होता है, जिससे उन्हें नैतिकता, उद्यमिता, और उत्तारदायित्व की विशेष आवश्यकता होती है।
#12. मीन राशि (Meen Rashi)
मीन राशि, राशि चक्र की बारहवी राशि है| जो ज्योतिष में प्रमुख बारह राशियों में से एक है, और यह फिश (मत्स्य) को प्रतिष्ठित करती है। यह राशि फरवरी 19 से मार्च 20 तक के समय में स्थित होती है। जिसका नाम दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची – से होता है, उसकी राशि मीन राशि होती है।
मीन राशि के जातकों की खासियतें
- मीन राशि के लोग आमतौर पर सहानुभूति और दयालुता के लिए प्रसिद्ध होते हैं। वे दूसरों की मदद करने में खुशी महसूस करते हैं और उन्हें दु:ख-दर्द में साथ देने की क्षमता होती है।
- मीन राशि के जातक बहुत संवेदनशील होते हैं और आसानी से दूसरों के भावनाओं को समझ सकते हैं। यह उन्हें अच्छे विचारशील और मानवतावादी बनाता है।
- यह राशि के लोग अक्सर आलस्यपूर्ण और उदास दिखते हैं। वे कई बार अपने कार्यों को टाल देते हैं, जो उनके प्रगति में बाधा डाल सकता है।
- मीन राशि के लोग अक्सर सपनों में खो जाते हैं और रोमांटिक भावनाओं को महत्व देते हैं। उन्हें कल्पना करने और आलस्य करने का शौक होता है।
- : मीन राशि के लोग आध्यात्मिकता की ओर प्रवृत्त होते हैं और ध्यान, धारणा और मेधावी विचार के माध्यम से अपने आत्मा की खोज करने में रुचि रखते हैं।
- कई बार मीन राशि के लोग स्वयं को नकारात्मक विचारों में घुसने के प्रवृत्त होते हैं और अपनी क्षमताओं को कम देखते हैं।
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FAQ: राशि (Rashi) से सम्बंधित प्रश्न व उत्तर
प्रश्न 1: राशि क्या होती है?
उत्तर: राशि एक ज्योतिषीय अंश होता है जिसे व्यक्ति की जन्म तिथि और समय के आधार पर निर्धारित किया जाता है। इसे जन्मकुंडली में 12 विभिन्न स्थानों में बांटा जाता है और यह व्यक्ति के व्यक्तिगतता, भविष्यवाणी और व्यवहार को प्रभावित करता है।
प्रश्न 2: ज्योतिष में कितनी प्रकार की राशियाँ होती हैं?
उत्तर: ज्योतिष में कुल मिलाकर 12 प्रकार की राशियाँ होती हैं, जिन्हें राशि चक्र के 12 स्थानों में बांटा गया है।
प्रश्न 3: राशि के क्या प्रमुख गुण होते हैं?
उत्तर: राशि के प्रमुख गुण व्यक्ति के व्यवहार, स्वभाव, स्वास्थ्य, भाग्यशाली दिन, लव-कम्पैटिबिलिटी, और भविष्यवाणी को प्रभावित करते हैं।
प्रश्न 4: एक राशि कितने महीने तक चलती है?
उत्तर: प्रत्येक राशि लगभग 30 दिनों तक चलती है, जिसका मतलब है कि पूरे राशि चक्र को पूरा करने में करीब एक साल लगता है।
प्रश्न 5: राशि और ग्रहों के क्या संबंध होते हैं?
उत्तर: राशि और ग्रहों के बीच संबंध ज्योतिष में महत्वपूर्ण होते हैं। प्रत्येक राशि के साथ कई ग्रह जुड़े होते हैं और इनकी स्थिति व्यक्ति की जीवनमार्ग पर प्रभाव डालती है।
प्रश्न 6: क्या राशि और चंद्रमा का कोई संबंध होता है?
उत्तर: हां, चंद्रमा की स्थिति भी राशि को प्रभावित करती है। व्यक्ति की जन्म राशि चंद्रमा की स्थिति पर आधारित होती है।
प्रश्न 7: क्या सभी लोगों की एक ही राशि होती है?
उत्तर: नहीं, सभी लोगों की अलग-अलग जन्म तिथि के आधार पर वे अलग-अलग राशियों में आते हैं।
प्रश्न 8: राशि फल क्या होते हैं?
उत्तर: राशि फल ज्योतिष में उन भविष्यवाणियों को कहते हैं जो विभिन्न राशियों के लोगों के लिए प्रतिदिन, प्रतिसप्ताह या प्रतिमास के आधार पर किए जाते हैं।
प्रश्न 9: राशि और प्रेम संबंध के क्या रिश्ते होते हैं?
उत्तर: राशि ज्योतिष में प्रेम संबंधों के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि विभिन्न राशियों के लोगों के बीच योग्यता और संवाद की मान्यता होती है।
प्रश्न 10: क्या राशि और करियर के बीच कोई संबंध होता है?
उत्तर: हां, राशि का प्रभाव व्यक्ति के करियर पर भी होता है। कुछ राशियाँ कार्य क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए अधिक योग्य होती हैं, जबकि कुछ राशियाँ कृत्रिम गति से अधिक प्राथमिकता देती हैं।
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