Why Mangur fish banned in India :हाल ही में मांगुर मछली पर भारत में आयात, निर्यात और पालन पर रोक लगा दिया गया है।सबसे पहले इस मछली पर बैन केरल राज्य में लगाया गया था, उसके बाद यह 2000 में पूरे भारत में लागू कर दिया गया लेकिन प्रतिबंधित होने के बावजूद भी यह मछली बाजारों में रूप से बिक रही थी। लेकिन 22 जनवरी 2019 को सरकार ने पुनः व्यापक रूप में अभियान चलाकर इस पर रोक लगा दिया।
क्यों लगाया गया मांगुर मछली पर बैन
विदेशी थाई मांगुर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ मांसाहारी भी होती हैं यह मछली सड़े गले जानवर के मांस पानी में रहने वाली दूसरी मछलियों को भी खा जाती है कई जगहों पर यह देखा गया है कि यह मछली बत्तख या अन्य पानी में रहने वाले पशु के छोटे बच्चों तक को भी खा जाती है इन सबके साथ साथ इसमें पाए जाने वाले लेड और लोहा की प्रतिशत भी कारण था।
मांगुर मछली का परिचय
मांगुर का वैज्ञानिक नाम क्लेरियस गैरी पास है यह मछली किसी भी पानी में बहुत तेजी से विकसित होती है इसका आकार 3 से 4 महीने में चार से पांच केजी तक का हो जाता है यह मछली सस्ती भी बिकती है आकार में बहुत तेजी से वृद्धि होने के कारण इसके पालन करने वाले को बहुत फायदा होता है
मांगुर मछली के खाने से मनुष्य के स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता हैं।
इस मछली के बैन होने का सबसे बड़ा कारण इस में पाए जाने वाला लीड और लोहे की प्रतिशतता है इसमें 80% लेड और लोहा पाया जाता है जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता इसके सेवन करने से और भी बहुत सी बीमारियां होती हैं।